अवतार सिंह ‘पाश’ की एक कविता की पंक्ति है . ‘मैं इन्सान हूँ. बहुत कुछ जोड़ -जोड़ कर बना हुआ’ कलाकार भी... अवतार सिंह ‘पाश’ की एक कविता की पंक्ति है . ‘मैं इन्सान हूँ. बहुत कुछ जोड़ -जोड़ क...
एक सूरज और एक सूरज और
मेरे अंदर छन्न से कुछ टूट गया| टूट कर किर्च-किर्च बिखर गया| महसूस हुआ जैसे वे सारी की सारी किर्चें उ... मेरे अंदर छन्न से कुछ टूट गया| टूट कर किर्च-किर्च बिखर गया| महसूस हुआ जैसे वे सा...
सबसे पहले, आपको पढ़ना और लिखना सीखना चाहिए। सबसे पहले, आपको पढ़ना और लिखना सीखना चाहिए।
हृदयहीन समाज की एक और तस्वीर हृदयहीन समाज की एक और तस्वीर
शादी का मतलब बंधन नहीं साथ होता है| शादी का मतलब बंधन नहीं साथ होता है|